शुक्रवार, 1 जनवरी 2010

कैसे मिले गरीब को रोटी

नव वर्ष के शुभारम्भ पर आज यह सोचने की आवश्यकता है कि लाखो-करोडो गरीब व्यक्तियों को रोटी कैसे मिले ? केंद्र सरकार द्वारा सस्ते दामों पर खाद्यान सार्वजानिक वितरण प्रणाली के तहत उपलब्ध कराया जाता है खाद्यान्न सरकारी एजेंसी से उठने के बाद सीधे सार्वजानिक वितरण प्रणाली की दुकान पर बिक्री हेतु जाना चाहिए लेकिन वस्तुस्तिथि यह है कि आपूर्ति विभाग के अधिकारियों, विपणन वाली सरकारी एजेंसी, पुलिस, प्रशासनिक अफसर, व्यापारी जिसमें फ्लोर मिल्स राईस मिल्स के मालिकों का एक गठजोड़ बन गया है जिसके कारण विपणन एजेंसी से गेंहू या चावल फ्लोर मिल या राईस मिल को वापस हो जाता है और वह महंगे दामो पर बाजार में बिकने के लिए जाता हैआम आदमी को सरकार द्वारा प्रदत्त सस्ते खाद्यान्न उपलब्ध नहीं हो पाते हैं . गाँवों शहरों में बहुत सारे परिवार भूखे पेट सो जाते हैं इस गठजोड़ के लोग लाखो और करोडो रुपये कमा रहे हैंइस गठजोड़ ने स्थानीय स्तर पर पत्रकारों को भी मिला रखा होता है ताकि पब्लिसिटी होने पाएआज नव वर्ष के शुभारम्भ पर हम आप से आशा करते हैं कि कोई ऐसा कदम उठाया जाए की जिससे यह गठजोड़ टूटे और आर्थिक अपराधी जिनकी जगह कारागार होनी चाहिए वहां पहुंचेवैसे आर्थिक अपराधियों ने देश में समान्तर अर्थव्यवस्था कायम कर रखी है जिससे लाखो करोडो व्यक्तियों के मुंह का निवाला भी यह लोग छीन कर स्वयं खा ले रहे हैंनए वर्ष यह संकल्प होना चाहिए कि आर्थिक अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करवाने में मेली मदद्गार बने अन्यथा नया वर्ष आया, समाप्त हुआ -यह प्रक्रिया चलती रहेगी

सुमन
loksangharsha.blogspot.com

4 टिप्‍पणियां:

देवेन्द्र पाण्डेय ने कहा…

आपस में ताल मेल न होई त चली का?
पुलिस प्रशासन और ई नेता...
इन्हन क घालमेल न होई त चली का?

Akanksha Yadav ने कहा…

नया साल...नया जोश...नई सोच...नई उमंग...नए सपने...आइये इसी सदभावना से नए साल का स्वागत करें !!! नव वर्ष-2010 की ढेरों मुबारकवाद !!!

हास्यफुहार ने कहा…

बेहद पसंद आई।

हरकीरत ' हीर' ने कहा…

nice.....!!

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