मैंने जब हिंदी में ब्लोगिंग करना शुरू किया तो श्री ज्ञान दत्त पाण्डेय उन बिरले चिट्ठाकारों में से एक है जिन्हें मैं सम्मान की दृष्टि से देखता था, क्योंकि इनके लेखन में गज़ब का आकर्षण और लालित्य है । छोटी से छोटी बातों को बड़ी सहजता से प्रस्तुत कर देना और उस पोस्ट के माध्यम से गंभीर विमर्श को जन्म दे देना इनकी प्रमुख विशेषता है ।
यदि इन्हें हिंदी चिट्ठाकारी का आदर्श नायक कहा जाए तो न किसी को अतिश्योक्ति होगी और न कोई शक की गुंजाईश ही !
हिंदी चिट्ठाकारी में इनके अवदान को देखते हुए और नए चिट्ठाकारों के लिए प्रेरणास्त्रोत व्यक्तित्व होने के कारण इन्हें ब्लोगोत्सव की टीम ने वर्ष के श्रेष्ठ आदर्श ब्लोगर का अलंकरण देते हुए सम्मानित करने का निर्णय लिया है !
इसमें कोई संदेह नहीं कि ब्लोगोत्सव की टीम इन्हें सम्मानित कर स्वयं को गौरवान्वित महसूस कर रही है !
सुमन
4 टिप्पणियां:
आपने बहुत ही बढ़िया लिखा है! श्री ज्ञान दत्त पाण्डेय जी की लेखनी के बारे में जितना भी कहा जाए कम है!
आपकी टिपण्णी के लिए आपका आभार
bht achha likha hian....
श्री ज्ञान दत्त पाण्डेय जी को बहुत बहुत बधाई। और उनकी लेखनी को नमन।
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