इंसाफ सम्मलेन का उद्घाटन करते हुए पूर्व सांसद अजीज पाशा |
प्रदेश की स्थिति पर चिंता प्रकट करते हुए करते हुए श्री पाशा ने कहा कि अखिलेश सरकार में करीब ग्यारह दंगें हो चुके हैं और निर्दाेष मुस्लिम नवजवानों को आज तक छोड़ा नहीं गया है।
सम्मेलन को इंसाफ के प्रदेश संयोजक व पूर्व विधायक इम्तियाज अहमद ने सम्बोधित करते हुए कहा कि हैण्डलूम उद्योग से लेकर समस्त दस्तकारी के कार्य धन्धों को प्रदेश सरकार की गलत नीतियों के कारण जबरदस्त घाटा हुआ है और छोटे उद्योग धन्धे बन्द हो गये हैं।
दिल्ली प्रदेश के इंसाफ के अध्यक्ष डा0 ए0ए0खान ने कहा कि सच्चर कमीश्न की रिपोर्ट केन्द्र सरकार लागू नहीं कर रही है और उत्तर प्रदेश की सरकार आर0डी0 निमेष कमीशन के आधार पर बेगुनाह मुस्लिम नवजवानों को रिहा नहीं कर रही है। अक्लियतों के मामलें में केन्द्र व उत्तर प्रदेश सरकार एक जैसे हैं इसलिए जरूरी है कि अक्लियत संगठित होकर संघर्ष के मैदान में उतरे।
अमीक जामेई इंसाफ सम्मलेन को संबोधित करते हुए |
इम्तियाज़ अहमद पूर्व विधायक, इंसाफ सम्मलेन को संबोधित करते हुए |
अमीक जामेई, गिरीश शर्मा, डॉ ए ए खान, इम्तियाज़ अहमद, मुहम्मद शुऐब अधिवक्ता इंसाफ के मंच पर अजीज पाशा पूर्व सांसद संबोधित करते हुए |
रणधीर सिंह सुमन एडवोकेट इंसाफ सम्मलेन को संबोधित करते हुए |
सम्मेलन को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव गिरीश ने सम्बोधित करते हुए कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी शोषित पिछड़े गरीबों की पार्टी है। लेकिन पिछड़े मुसलमानों को आगे बढ़ाने के लिए एक कार्यक्रम चलाया जिसे हम ‘इंसाफ’ के नाम से जानते हैं। जिन्होंने इन समस्याओं को जाना है जब तक सुरसा जैसे समस्याओं का बध नहीं होता है तब तक समाधान नहीं हो सकता है।
सम्मेलन को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रदेश नेता अरविन्द राजस्वरूप, इंसाफ दिल्ली के अमीक जामेई, एहतशाम मिर्जा, जैनुल कदर, मो0 तारिक खान, रणधीर सिंह सुमन ने भी सम्बोधित किया। सम्मेलन में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के डा0 उमेश वर्मा, बृज मोहन वर्मा, विपत राम, कौसर हुसैन, नीरज वर्मा, पुष्पेन्द्र कुमार सिंह, राम नरेश, विनय सिंह, अमर सिंह, आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
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