बाराबंकी। मुल्क में मुसलमानों के बच्चे दहशतगर्दी के नाम पर जेलों में डाले जा रहे हैं। आम आदमी परेशान है, मँहगाई बढ़ती जा रही है और अराजकता का माहौल है। इसकी वजह है कि पूरी दुनिया का सरमायादार एक है और उसी को सत्ता दिलाने के लिए तरह-तरह के प्रचार किये जा रहे हैं।
यह विचार व्यक्त करते हुए आतंकवाद में फर्जी फंसाए गए मौलाना तारिक कासमी और खालिद मुजाहिद के अधिवक्ता मुहम्मद शुऐब एडवोकेट ने लोक संघर्ष पत्रिका द्वारा आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज मुसलमान बच्चों को आतंकवाद के इल्जाम में जिस तरह से फर्जी तरीके से गिरफ्तार किया जा रहा है उसका मकसद है हिन्दू मुस्लिम में नफरत पैदा करके फूट डालना क्योंकि जब कोई मुसलमान आतंकवाद के नाम पर गिरफ्तार किया जाता है तो कुछ संगठन हिन्दुओं के दिलों में नफरत के बीच बोते हैं, राजनैतिक लाभ उठाते हैं। यह वही संगठन है जो विश्व सरमायेदारों के गुलाम हैं।
कस्बा फतेहपुर के अंजुमन मार्केट में लोकसंघर्ष पत्रिका के चुनाव विशेषांक को प्रसारित करते हुए मौलाना हबीब कासमी ने कहा कि प्रदेश की हुकूमत की बेईमानी का ही नतीजा है कि आर0डी0 निमेष कमीशन की रिपोर्ट के आधार पर आतंकवाद के इल्जाम में गिरफ्तार किये गए खालिद मुजाहिद और मौलाना तारिक कासमी का मुकदमा वापस नहीं लिया गया बल्कि अदालत को एक खत लिखकर मुसलमानों को बहलाने की कोशिश की गई। आर0डी0 निमेष कमीशन ने जब दोनों मुस्लिम नौजवानों की गिरफ्तारी को फर्जी माना है तो भी प्रदेश सरकार उनको कैद से मुक्त नहीं दिला पा रही है।
कार्यक्रम को जनपद गाजीपुर से आये हुए मौलाना राशिद उमर ने कहा कि मुल्क में जो भी बिगाड़ है उसके जिम्मेदार हम मुसलमान और उलेमा है इसलिए कि हमने जो तालीम हासिल की है उसे हमने दूसरों तक पहुंचाया ही नहीं है। आज हम मुलायम सिंह, लोहिया के ख्वाबों को मायावती, डा. अम्बेडकर के ख्वाबों को लागू करने की बात करते है जबकि हकीकत यह है कि इस तरह के ख्वाबों को ताबीर होने से हम लोगों की मुसीबतों में मजीद इजाफा होगा इसलिए हम लोगों को सकून व चैन उस वक्त नसीब होगा जब हम निजाम-ए-मुस्तफा पर कायम होंगे।
इस मौके पर लोक संघर्ष पत्रिका के सम्पादक बृजमोहन वर्मा, प्रबंध सम्पादक रणधीर सिंह सुमन नेशनल इण्टर कालेज के प्रबंधक श्याम बिहारी वर्मा व लखनऊ के पत्रकार हरेराम मिश्रा ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में डा. उमेश चन्द्र वर्मा, डा. कौशर हुसैन, मुहम्मद असलम एडवोकेट, अब्दुल मन्नान खां, मुहम्मद आरिफ हैदर, मुहम्मद गुफरान खां, मौलाना साबिर कासमी, महमूद हसन, मौलाना फैजी मजाहरी, इकबाल अजीम, मुहम्मद आकिल रजा, हाफिज मुहम्मद उस्मान, मुहम्मद सभी उल्ला, नईम अंसारी, आमिर एडवोकेट, आजम अली, नीरज वर्मा, आनन्द प्रताप सिंह, विनय कुमार सिंह, रामनरेश, दलसिंगार सहित सैकड़ों लोग शामिल थे।
यह विचार व्यक्त करते हुए आतंकवाद में फर्जी फंसाए गए मौलाना तारिक कासमी और खालिद मुजाहिद के अधिवक्ता मुहम्मद शुऐब एडवोकेट ने लोक संघर्ष पत्रिका द्वारा आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज मुसलमान बच्चों को आतंकवाद के इल्जाम में जिस तरह से फर्जी तरीके से गिरफ्तार किया जा रहा है उसका मकसद है हिन्दू मुस्लिम में नफरत पैदा करके फूट डालना क्योंकि जब कोई मुसलमान आतंकवाद के नाम पर गिरफ्तार किया जाता है तो कुछ संगठन हिन्दुओं के दिलों में नफरत के बीच बोते हैं, राजनैतिक लाभ उठाते हैं। यह वही संगठन है जो विश्व सरमायेदारों के गुलाम हैं।
कस्बा फतेहपुर के अंजुमन मार्केट में लोकसंघर्ष पत्रिका के चुनाव विशेषांक को प्रसारित करते हुए मौलाना हबीब कासमी ने कहा कि प्रदेश की हुकूमत की बेईमानी का ही नतीजा है कि आर0डी0 निमेष कमीशन की रिपोर्ट के आधार पर आतंकवाद के इल्जाम में गिरफ्तार किये गए खालिद मुजाहिद और मौलाना तारिक कासमी का मुकदमा वापस नहीं लिया गया बल्कि अदालत को एक खत लिखकर मुसलमानों को बहलाने की कोशिश की गई। आर0डी0 निमेष कमीशन ने जब दोनों मुस्लिम नौजवानों की गिरफ्तारी को फर्जी माना है तो भी प्रदेश सरकार उनको कैद से मुक्त नहीं दिला पा रही है।
कार्यक्रम को जनपद गाजीपुर से आये हुए मौलाना राशिद उमर ने कहा कि मुल्क में जो भी बिगाड़ है उसके जिम्मेदार हम मुसलमान और उलेमा है इसलिए कि हमने जो तालीम हासिल की है उसे हमने दूसरों तक पहुंचाया ही नहीं है। आज हम मुलायम सिंह, लोहिया के ख्वाबों को मायावती, डा. अम्बेडकर के ख्वाबों को लागू करने की बात करते है जबकि हकीकत यह है कि इस तरह के ख्वाबों को ताबीर होने से हम लोगों की मुसीबतों में मजीद इजाफा होगा इसलिए हम लोगों को सकून व चैन उस वक्त नसीब होगा जब हम निजाम-ए-मुस्तफा पर कायम होंगे।
इस मौके पर लोक संघर्ष पत्रिका के सम्पादक बृजमोहन वर्मा, प्रबंध सम्पादक रणधीर सिंह सुमन नेशनल इण्टर कालेज के प्रबंधक श्याम बिहारी वर्मा व लखनऊ के पत्रकार हरेराम मिश्रा ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में डा. उमेश चन्द्र वर्मा, डा. कौशर हुसैन, मुहम्मद असलम एडवोकेट, अब्दुल मन्नान खां, मुहम्मद आरिफ हैदर, मुहम्मद गुफरान खां, मौलाना साबिर कासमी, महमूद हसन, मौलाना फैजी मजाहरी, इकबाल अजीम, मुहम्मद आकिल रजा, हाफिज मुहम्मद उस्मान, मुहम्मद सभी उल्ला, नईम अंसारी, आमिर एडवोकेट, आजम अली, नीरज वर्मा, आनन्द प्रताप सिंह, विनय कुमार सिंह, रामनरेश, दलसिंगार सहित सैकड़ों लोग शामिल थे।
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