बाराबंकी।
वन राज्यमंत्री पर कुछ ग्रामीणों ने एक व्यक्ति की पुश्तैनी जमीन कब्जाने
का आरोप लगाते हुए गुरुवार को कलक्ट्रेट में धरना दिया। धरना दे रहे लोगों
ने मुख्यमंत्री को संबोधित अपनी मांगों का ज्ञापन डीएम को सौंपा है।
कोतवाली
क्षेत्र के ग्राम मंझपुरवा के निवासी सत्येंद्र यादव के नेतृत्व में धरना
दे रहे ग्रामीणों का आरोप है कि वन राज्यमंत्री फरीद महफूज किदवई ने पिछले
वर्ष फर्जी कागजों के आधार पर उनकी खेती योग्य पुश्तैनी जमीन कब्जा करने की
कोशिश की थी। इसके विरोध में कलेक्ट्रेट और विधानसभा के सामने
धरना-प्रदर्शन करने पर जमीन बच सकी थी। कहा कि 14 जुलाई 2014 को वे लोग
खेतों में धान लगाने की तैयारी कर रहे थे तभी कोतवाली पुलिस आई और बाबूलाल
यादव को पकड़ ले गई। पुलिस ने धमकी दी की अपने खेतों में काम करना बंद करो
और ये जमीन वन राज्यमंत्री के नाम कर दो। यदि ऐसा नहीं किया तो गंभीर
परिणाम भुगतना पड़ेगा। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित अपनी
मांगों का ज्ञापन डीएम को सौंपा है। इस मौके पर हनुमान प्रसाद, सौरभ
वाजपेयी, धर्मेंद्र कुमार, रामलखन यादव, सुरेंद्र यादव, रामकिशोर, राजदेव,
संदीप, रामअधार, अर्जुन आदि मौजूद रहे।
वहीं
फरीद महफूज किदवई के प्रतिनिधि अहमद सलमान का कहना है कि राज्यमंत्री की
छवि धूमिल करने के लिए धरना-प्रदर्शन कर प्रशासन को गुमराह किया जा रहा है।
जबकि वास्तव में ये भूमि राज्यमंत्री किदवई के परिवार की है और इस जमीन पर
इसी परिवार का कब्जा है।
अमर उजाला से साभार
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