महंगाई दूनी बढ़ गई और समाज में लोगों के बीच वैमनस्यता बढ़ गई। अदानी-अंबानी की संपत्ति दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ रही है और गरीब दाने-दाने को मोहताज हो रहे हैं। आज यही हैं देश के विकास के मायने। 100 रुपये किलो की दाल 200 रुपये हो गई। गरीबों की थाली से प्याज तक गायब है। लेकिन प्रधानमंत्री कहते हैं कि देश तरक्की कर रहा है। मोदी जी भारत का सबसे बड़ा खतरा हैं। जिस तरह सीमांचल की शोक कोशी को कहा जाता है उसी तरह मोदी जी को भारत का शोक। उन्होंने सभा में मौजूद जनता से पूछा कि क्या आपको बदलता देश दिख रहा है। क्या युवाओं को रोजगार मिल रहा है, क्या 15-15 लाख उनके खाते में आ गए। मोदी जी की नीति से सिर्फ अंबानी और अदानी जैसों को लाभ मिल रहा है न कि गरीबों को। आज ग्रेजुएशन, एमबीए और उच्च शिक्षा ग्रहण कर युवा बेरोजगार घूम रहे हैं और मोदी जी कहते हैं कि पकौड़े बेचने से रोजगार मिलेगा। हिन्दू-मुस्लिम के बीच द्वेष का बीज बोया जा रहा है। सीमांचल में दोनों समुदायों को जुदा करने का भरपूर प्रयास हो रहा है। भाजपा का विरोध करने पर मुस्लिम भाइयों को पाकिस्तान जाने की नसीहत दी जाती है। मोदी के युग में शिक्षा महँगी हो गई है। ऐसे में गरीब किसान के बच्चे कैसे अच्छी शिक्षा ग्रहण करेंगे यह चिंता आम लोगों को सता रही है। मोदी जी मन की बात करते जरूर हैं लेकिन उस बात को जनता के बीच कब लाएँगे पता नहीं। पंजाब नेशनल बैंक में हुए हजारों करोड़ रुपये से भी ज्यादा के घोटाले के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है। अब वे लोग शांत बैठने वाले नहीं हैं अब सरकार को जबाब देना होगा।
-कन्हैया कुमार
लोकसंघर्ष पत्रिका मार्च 2018 में प्रकाशित
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