जेएनएन जम्मू मीरां साहिब : क्षेत्र के गांव गाजिया कोटली मियां फतेह पृथ्वीपुर में बन रहे रिंग रोड का कार्य करीब छह माह से स्थानीय किसानों ने सरकार की ओर से कम मुआवजा दिए जाने के विरोध स्वरूप बंद करा रखा था। शुक्रवार को स्थानीय प्रशासन ने दलबल के साथ पहुंचकर एसडीएम आरएसपुरा जगदीश सिंह की मौजूदगी में उसे शुरू कराया। गाँव गाजिया के पास रिंग रोड का कार्य फिर से शुरू करने की सूचना पाकर बड़ी संख्या में किसान भी मौके पर पहुंच गए। इस दौरान गांव कृष्णानगर निवासी किसान लखबीर सिंह अपनी जमीन में लेट गया और बेहोश हो गया। पुलिस के जवानों ने उसे संभाला और पानी का छींटा मारकर होश में लाए। भारी संख्या में पुलिस बल के मौजूद रहने से अन्य किसानों की एक न चली और प्रशासन ने काम जारी रखा।
किसान लखबीर सिंह, काका राम, रमेश कुमार, बाबा राम, सुरेश कुमार आदि ने बताया कि सरकार प्रति कनाल 1,85,000 रुपए मुआवजा दे रही है, जो कि आज के बाजार के रेट के हिसाब से काफी कम है। उनकी मांग है कि उन्हें प्रति कनाल 10 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए। किसानों के अनुसार जो मुआवजा तय किया गया था, वह भी आज तक उन्हें नहीं मिल पाया है। इसके बावजूद प्रशासन जबरदस्ती रिंग रोड बनाने का कार्य शुरू करा रहा है, जिसे सहन नहीं किया जाएगा। किसानों का कहना है कि सरकार जोर जबरदस्ती पर उतर आई है। उनकी जमीनों को कौड़ियों के भाव से लिया जा रहा है, जिसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। किसानों ने सरकार से मांग की कि उनके साथ इंसाफ किया जाए और उन्हें उनकी रिंग रोड में आने वाली जमीनों का जायज मुआवजा दिया जाए।
इसके अलावा रिंग रोड के अधीन आने वाली जमीन पर अतिक्रमण हुआ था, उसको भी जेसीबी द्वारा हटा दिया गया। प्रशासनिक टीम में मौजूद थाना प्रभारी गुरपाल सिंह ने बताया कि किसानों के साथ जो मुआवजा देना तय हुआ है, वह उनको जल्द ही मिल जाएगा। इसके लिए प्रक्रिया चल रही है। रिंग रोड के कार्य को तेजी देने के लिए आज मुहिम चलाकर जहां-जहां कार्य रुका था, उसको फिर से शुरू कराया गया है। रिंग रोड, विजयपुर से नगरोटा। लंबाई 58.255 किलोमीटर, मंजूरी मिली अक्टूबर 2012, प्रस्तावित लागत 1400 करोड़, ठेका हुआ 2016 में, शिलान्यास 19 मई, 2018 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (जनरल जोरावर सिंह ऑडिटोरियम, जम्मू से ऑनलाइन)
-21 मई, 2018 तत्कालीन मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती विजयपुर में
लागत पहुंची-2023.87 करोड़
निर्माण शुरू-जनवरी 2019
समय अवधि तीन वर्ष यह भी होगा निर्माण 8 बड़े पुल, 22 छोटे पुल,
4 लंबी खड्डों पर पुल, 31 कैनाल क्रॉसिग, 197 कल्वर्ट, 6 फ्लाई ओवर, 2 टनल इन 54 गांवों से निकलेगा रिंग रोड। चक मियां साहिब सिंह, कलवाल, नजवाल, सरोर, चक मुरारे, फतवाल, पटआड़ी, जिदड़ खुर्द, प्रिथिपुर, नौग्राई, चक अवतारा, मंगू चक, ललयाल, चक सरदार देसा सिंह, दोंडपुर, कुलियां, भूरे चक, हरिपुर, चक हबीब, अलोरा, सौहांजना, ब्रमाले, कोटली मियां फतेह, मुरालियां, तुतरी, बन सुलतान, दरसोपुर, मलिकपुर, घौ मन्हासा, टिकरी दयालन, तारू चक, रठुआ, करलूप, गलवडे चक, चक कलसा, हीरा चक, चन्नू मवालियां, हल्का, हरसा डोकरियां, चक जफ्फर, चन्नू चक, गुढ़ा सिघू, चक कोहलां, कंगरैल, भलवाल, कोट, खेरी, जगती, पटली, तरोर, गोवल, बरोई, रख और पल्ली। जमीनों का मुआवजा भूमि अधिग्रहण एक्ट 2013 से पहले तय कीमत (70 हजार से दो लाख प्रति कनाल तक)
किसानों की माँग भूमि अधिग्रहण एक्ट 2013 को लागू कर मुआवजा दे सरकार या मौजूदा स्टांप ड्यूटी का चार गुना मिले मुआवजा। भूमि अधिग्रहण एक्ट 2013 जम्मू कश्मीर में लागू नहीं।
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