बुधवार, 30 अक्तूबर 2024

उ प्र पुलिस अपने पूर्व आई जी राधा को 381 करोड़ रुपए की ठगी से नहीं बचा पाई

उ प्र पुलिस अपने पूर्व आई जी राधा को 381 करोड़ रुपए की ठगी से नहीं बचा पाई दूसरी राधा के नाम से प्रख्यात पूर्व आईजी डीके पांडा ने 381 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का दावा करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है... प्रयागराज. दूसरी राधा के नाम से प्रख्यात पूर्व आईजी डीके पांडा ने धूमनगंज थाना में अज्ञात के खिलाफ करीब 381 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई है. पांडा ने पुलिस को बताया कि उन्होंने लंदन की कंपनी ‘फिमनिक्स ग्रुप’ के साथ ऑनलाइन बिजनेस से करीब 381 करोड़ रुपये कमाए थे. 25 अक्टूबर को उनके मोबाइल पर आरव शर्मा नाम के व्यक्ति ने साइप्रस से व्हॉट्सएप कॉल की तथा अपशब्द कहते हुए धमकी दी. शिकायत के मुताबिक, ‘पांडा, आरव शर्मा नाम के व्यक्ति से कभी नहीं मिले. लंदन की कंपनी ‘फिमनिक्स’ के फाइनेंस डिपार्टमेंट में काम करने वाले राहुल गुप्ता के जरिये से वह आरव शर्मा के संपर्क में आए.’ पांडा ने तहरीर में बताया, ‘मैंने लंदन की कंपनी में कमाए पैसों को प्रयागराज में अपने बैंक खाता में ट्रांसफर कराने का प्रयास किया, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. इसके बजाय, कंपनी के लोगों ने कई तरह के शुल्क का भुगतान करने की मांग की. इसी दौरान, आरव शर्मा से मामले से जुड़ा.’ पांडा का आरोप है कि आरव शर्मा ने उनके करीब 381 करोड़ रुपये खुद वसूल लिए. उनसे आठ लाख रुपये देने की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया कि रुपये देने से मना करने पर आरव ने धमकी दी कि वह उनके पैसों को आतंकियों को उपलब्ध करा देगा और उन्हें फंसा देगा. पांडा की तहरीर पर धूमनगंज थाना में 26 अक्टूबर 2024 को अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. 1971 बैच के आईपीएस अधिकारी देबेन्द्र किशोर पांडा (डीके पांडा) ने सपने में भगवान कृष्ण को देखने का दावा किया था. वह दूसरी राधा बन गए थे. ओडिशा निवासी पांडा के मांग में सिंदूर लगाने और साड़ी पहनने से पुलिस विभाग का उपहास उड़ाया जाने लगा. रिटायरमेंट से दो साल पहले ही पांडा ने 2005 में पद से इस्तीफा दे दिया था.

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