शनिवार, 22 अक्तूबर 2022

दादा गजेंद्र सिंह एक स्पष्टवादी मुखर राजनेता थे पूर्व मंत्री अरविन्द कुमार सिंह गोप

बाराबंकी ।दादा गजेंद्र सिंह एक स्पष्टवादी मुखर राजनेता थे पूर्व मंत्री अरविन्द कुमार सिंह गोप
ने दादा गजेंद्र सिंह स्मृति समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसा राजनेता अपने जीवन में मैंने दूसरा नहीं देखा है. वह हर तरह के सामाजिक आडम्बरों एवं बुराइयों से दूर थे उनका जीवन सादा और फकीरी जैसा था व्यक्तित्व असाधारण एवं स्वच्छतव आचरण वाला उनका जीवन था जनता के लिए सदैव समर्पित रहा है. सत्ता पाने की लालसा उनके भीतर कभी नहीं रही. विधायक होने के बाद उन्होंने सीमित संसाधनों के बाबजूद अपने क्षेत्र में तहसील, संजय सेतु, डिग्री कॉलेज, इंटर कॉलेज तथा महादेवा में संस्कृतिक कार्यक्रमों को उन्होंने ही प्रारम्भ कराया था. इसके पूर्व उनके पुत्र रणधीर सिंह सुमन ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि देश के लोकतांत्रिक ढांचे की सुरक्षा के लिए जनता का उठ खड़ा होना ही उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी. समारोह को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक राम गोपाल रावत ने दादा गजेंद्र सिंह को जनता का सच्चा सेवक बताते हुए कहा कि वह रिक्शे वा टेंपो पर बैठ कर सफर करने वाले एकमात्र विधायक थे. राजनीतिक शान बान से परे व्यक्तित्व के मालिक थे. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव बृजमोहन वर्मा ने कहा कि आज देश संकट से गुजर रहा है ऐसे में दादा गजेंद्र सिंह जैसे विधायकों की जरूरत है. इस स्मृति समारोह को महंत बी पी दास, महंत अनूप दास, वीरेंद्र विक्रम बहादुर सिंह दादू, भाजपा नेता उमा शंकर वर्मा आदि ने संबोधित किया. स्मृति समारोह की अध्यक्षता टैक्स बार एसोसिएशन के अध्यक्ष पवन कुमार वैश्य ने की तथा संचालन पत्रकार तारिक खान ने की. कार्यक्रम के अंत में अधिवक्ता उपेंद्र सिंह को भी श्रद्धांजलि देते हुए दो मिनट का मौन रखा गया. इस अवसर पर पसमांदा मुस्लिम महाज के प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद वसीम राई, शिव दर्शन वर्मा, आदिल, सरदार भूपेंद्र पाल सिंह, नवीन सेठ, पुष्पेन्दर् सिंह, निर्मल वर्मा, राजेन्द्र बहादुर सिंह, शैलेन्द्र बहादुर सिंह, विभव मिश्रा, कमल कुमार चंदेल आदि प्रमुख लोग थे.

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