गुरुवार, 7 नवंबर 2024
गोधरा काॅण्ड का अधूरा सच ?
गोधरा काॅण्ड का अधूरा सच ?
26 फरवरी सन 2002 अयोध्या तीर्थ यात्रा से वापिस लौट करके आने वाले 59 हिन्दू तीर्थ यात्रियों से भरे साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन को गोधरा स्टेशन के बाद आउटर सिंगनल पर रोक करके हथियार बन्द मुसलमान समूह ने घेर करके आग लगा दी थी ? इसमें 59 ब्राह्मण तीर्थ यात्रियों की हत्या कर दी गयी थी ? मुसलिम हत्यारों को सुपारी दी गयी थी ? दूसरे दिन 27 फरवरी 2002 पूर्व सुनियोजित तरीके से हिन्दुत्ववादी उग्रवादी लोगों ने 3 हजार से अधिक मुसलमानों को चुन चुन करके मार दिया तथा सैकड़ों मस्जिदों को तोड़ दिया तथा 50 हजार से भी अधिक मुसलमानों के घरों में आग लगा दी थी ? गुजरात के तत्कालीन मुख्य मन्त्री नरेन्द्र मोदी स्वयं पुलिस विभाग का नेतृत्व संभाल रहे थे । दंगों का दोषारोपण गृह मन्त्री हरेन पांड्या पर जड़ दिया गया था ? हरेन पांड्या ने दूसरे दिन पूर्व प्रधान मन्त्री अटल बिहारी वाजपेयी को सत्य घटना की जानकारी भेज दी ? 26 मार्च 2003 के दिन सोहराबुद्दीन शेख की टीम ने हरेन भाई पांड्या की गोली मार करके हत्या कर दी । गुजरात के तत्कालीन डीजी पी बन्जारा ने पांड्या की हत्या की सुपारी सोहराबुद्दीन शेख को देता है ? एक महीने बाद सहराबुद्दीन शेख और तुलसी प्रजापति का बंजारा की टीम पुलिस मुड़ भेड़ में हत्या कर देती है ? शेख का भाई हत्या की सुनवाई गुजरात से बाहर सीबीआई की विशेष कोर्ट से करने की अपील सुप्रीम कोर्ट में करता है । सुप्रीम कोर्ट एस आई टी टीम का गठन करने और केस की सुनवाई मुम्बई की सीबीआई के विशेष जस्टिस बी एस लोया की अदालत को आदेश देता है । हत्या का आरोप अमित शाह पर लगता है । अमित शाह को गुजरात और मुम्बई से तड़ीपार करने का आदेश एस आई टी को देते है । सन 2014 केन्द्र में मोदी सरकार बन जाती है ? सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन चीफ जस्टिस ऑफ इण्डिया संथाशिवम जी अमित शाह और दंगों के दोषी मुख्य मन्त्री मोदी को आरोप मुक्त कर देते हैं । सीबीआई जस्टिस बी एस लोया का भी ट्रास्फर मुम्बई से पूणे कर देते है । नागपुर में सरकारी गेस्ट हाऊस में सी बी आई जस्टिस बी एस लोया की सन 2014 में सन्देहस्पद मृत्यु हो जाती है ? चीफ जस्टिस ऑफ इण्डिया रिटायरमेन्ट के दूसरे दिन केरल के गवर्नर बना दिये जाते हैं ? गुजरात के आई बी ऑफिसर महेश भट्ट को गिरफ्तार करके जेल में डाल दिया गया है ?
प्र. मंत्री अटल बिहारी मोदी को राजधर्म निभाने को कहते हैं, मतलब ईस्तिफा दो और गद्दी खाली करो। यहीं बीच में अडवानी का प्रवेश होता है , कहते हैं कि राजधर्म नहीं संघ धर्म निभाओ । और मोदी 2014 संघ धर्म निभाते हुये अडवानी से बडा हिंदू मसीहा बनकर उन्हीं को किनारे लगा देते हैं। संघ , कारपोरेट और गोधरा नरसंहार के हीरो का गठजोड़ होता है और मोदी देश की गद्दी पर कब्जा करते हैं। आज मोदी का असली राजदार तड़िप्पार पहले पार्टी अध्यक्ष बनता है फिर गृहमंत्री ,और दोनो मिलकर पार्टी और देश पर कब्जा कर लेते हैं ... यहां तक की संघ की भी औकात बता देते है।
मोदी को एक लेटर भी ठीक ढंग से लिखना नहीं आता है ?, लवड़ेन भोज्यम्...." मोदी नाॅन ग्रेजुयेट हैं ? लोग कहते हैं, पता नही तीन का पहाड़ा भी नहीं आता ? तड़िप्पार कोई एंटायर पोलिटिकल साइंस की डीग्री दिखाता है , लोग उसको भी फर्जी कहते हैं? आखिर मोदी के पीछे इतना शक्तिशाली दिमाग किसका काम कर रहा है ? यह शोध का विषय है ? अथवा नहीं ?
drbn singh.
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