गुरुवार, 2 अक्टूबर 2025

युवा ब्राह्मण समाज ने रावण दहन का विरोध किया। काली मटकियां फोड़कर विरोध

उज्जैन में रावण दहन का विरोध, बोले- कोर्ट जाएंगे:ब्राह्मण समाज ने दशहरा मैदान पर फोड़ी काली मटकियां, कहा- विधि और शास्त्र सम्मत नहीं उज्जैन में दशहरा पर्व से पहले अखिल भारतीय युवा ब्राह्मण समाज ने रावण दहन का विरोध किया। समाज के सदस्यों ने दशहरा मैदान पर रावण के पुतले के सामने पहुंचकर नारेबाजी की और अपने साथ लाई काली मटकियां फोड़कर विरोध दर्ज कराया। इस प्रदर्शन में महाकाल मंदिर के पुजारी सहित खंडेलवाल और राजपूत समाज के प्रतिनिधि भी शामिल रहे। संगठन ने साफ चेतावनी दी है कि यदि रावण दहन बंद नहीं किया गया तो आंदोलन को देशव्यापी स्तर पर किया जाएगा। युवा ब्राह्मण समाज ने रावण दहन का विरोध किया। काली मटकियां फोड़कर विरोध बुधवार को दशहरा पर्व पर होने वाले मुख्य आयोजन से पहले अखिल भारतीय युवा ब्राह्मण समाज के कार्यकर्ता दशहरा मैदान पहुंचे। यहां उन्होंने रावण के पुतले के सामने रावण के जयकारे लगाए और फिर काली मटकियां फोड़कर रावण दहन रोकने की मांग की। संगठन का कहना है कि रावण दहन मनोरंजन का साधन बन चुका है, जबकि यह ब्राह्मण समाज के अस्तित्व और सम्मान पर चोट है। पहले भी कर चुके मांग, लगाए पोस्टर ब्राह्मण समाज ने इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और मुख्यमंत्री मोहन यादव को पत्र लिखकर रावण दहन पर रोक लगाने की मांग की थी। उज्जैन ही नहीं, बल्कि कई जगहों पर समाज ने रावण के गुणगान करते हुए पोस्टर भी लगाए थे। उन्होंने इसे शास्त्रसम्मत परंपरा के बजाय राजनीति और मनोरंजन का साधन बताया था। रावण दहन विधि और शास्त्र सम्मत नहीं महेश पुजारी ने कहा कि ब्राह्मण समाज को न्याय मिलना चाहिए। देश और प्रदेश में हो रहा रावण दहन विधि और शास्त्र सम्मत नहीं है। यह सिर्फ राजनीति और मनोरंजन का आधार बन गया है। उन्होंने संस्थाओं से अनुरोध किया कि रावण दहन बंद किया जाए, अन्यथा समाज इसे रोकने के लिए हर स्तर पर विरोध करेगा। ब्राह्मण समाज का कहना है कि जैसे पहले इंदौर में रघुवंशी समाज ने आपत्ति दर्ज कर हाईकोर्ट से पुतला दहन पर रोक लगवाई थी, वैसे ही अब वे भी सम्मान की रक्षा के लिए न्यायालय की शरण लेंगे। संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो आंदोलन और व्यापक स्तर पर किया जाएगा।

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