सितबर माह में बाबरी मस्जिद प्रकरण में माननीय उच्च न्यायलय, इलाहाबाद खंडपीठ लखनऊ का फैसला आने वाला है। उस फैसले के मद्देनजर हिन्दुवत्व वादी संगठनो के नेता व कार्यकर्ता जगह-जगह धार्मिक उन्माद फैलाने के लिए प्रष्टभूमि तैयार कर रहे हैं। धार्मिक उन्माद वाले भाषण भी दिए जा रहे हैं। सरकार द्वारा अघोषित युद्ध की तैयारी की जा रही है किन्तु सरकार ऐसे संगठनो के ऊपर अंकुश लगाने की बजाये प्रशय जयादा दे रही है।
गृहमंत्री चिदंबरम ने भगवा आतंकवाद की बात कहकर वास्तविक खतरे की ओर इंगित किया था लेकिन जैसे ही हिन्दुवत्व वादी संगठनो के भोपू बजने शुरू हुए कि कांग्रेस ने पैंतरा बदला और जनार्दन द्विवेदी ने स्पष्टीकरण दिया कि भगवा आतंकवाद जैसी कोई चीज नहीं होती है। यह बात वस्तुस्तिथि के विपरीत है शाखाओं से लेकर हिन्दुवत्व वादी शिक्षण संस्थान देश के धर्म-निरपेक्ष स्वरूप को न मान कर धर्म विशेष का देश बनाने की बात करते हैं तब वह दूसरे धर्मो के प्रति अपमानजनक और निंदा कारक और धार्मिक विद्वेष फ़ैलाने वाली बातें करते हैं।
चुनाव में लाभ हानि के आधार पर जब वस्तु स्तिथियों का मूल्यांकन होता है। तब समाज के विभिन्न वर्गों के साथ न्याय नहीं हो पाता है। जरूरत इस बात की है कि कैंसर बन गए जैसे मुद्दों का हल होना अतिआवश्यक है। जब सभी तरह के प्रयास असफल हो जाते हैं तब न्यायपालिका अपना काम करना शुरू करती है लेकिन धार्मिक उन्माद वाले संगठन पहले से ही उद्घोषणा करने लगते हैं, यह मुद्दा न्यायपालिका तय नहीं करेगी। तब कोई विकल्प शेष नहीं बचता है। प्रगति की तरफ यदि हम नहीं बढ़ रहे हैं तो उसका भी मुख्य कारण है कि हम छोटी-छोटी चीजों में आज भी उलझे हुए हैं।
आज जरूरत इस बात की है कि हम सब मिलकर एक नए भारत के निर्माण की तरफ अग्रसर हों जिसमें जाति धर्म के आधार पर निर्णय न हो।
सुमन
लो क सं घ र्ष !
गृहमंत्री चिदंबरम ने भगवा आतंकवाद की बात कहकर वास्तविक खतरे की ओर इंगित किया था लेकिन जैसे ही हिन्दुवत्व वादी संगठनो के भोपू बजने शुरू हुए कि कांग्रेस ने पैंतरा बदला और जनार्दन द्विवेदी ने स्पष्टीकरण दिया कि भगवा आतंकवाद जैसी कोई चीज नहीं होती है। यह बात वस्तुस्तिथि के विपरीत है शाखाओं से लेकर हिन्दुवत्व वादी शिक्षण संस्थान देश के धर्म-निरपेक्ष स्वरूप को न मान कर धर्म विशेष का देश बनाने की बात करते हैं तब वह दूसरे धर्मो के प्रति अपमानजनक और निंदा कारक और धार्मिक विद्वेष फ़ैलाने वाली बातें करते हैं।
चुनाव में लाभ हानि के आधार पर जब वस्तु स्तिथियों का मूल्यांकन होता है। तब समाज के विभिन्न वर्गों के साथ न्याय नहीं हो पाता है। जरूरत इस बात की है कि कैंसर बन गए जैसे मुद्दों का हल होना अतिआवश्यक है। जब सभी तरह के प्रयास असफल हो जाते हैं तब न्यायपालिका अपना काम करना शुरू करती है लेकिन धार्मिक उन्माद वाले संगठन पहले से ही उद्घोषणा करने लगते हैं, यह मुद्दा न्यायपालिका तय नहीं करेगी। तब कोई विकल्प शेष नहीं बचता है। प्रगति की तरफ यदि हम नहीं बढ़ रहे हैं तो उसका भी मुख्य कारण है कि हम छोटी-छोटी चीजों में आज भी उलझे हुए हैं।
आज जरूरत इस बात की है कि हम सब मिलकर एक नए भारत के निर्माण की तरफ अग्रसर हों जिसमें जाति धर्म के आधार पर निर्णय न हो।
सुमन
लो क सं घ र्ष !
9 टिप्पणियां:
कुछ आप भी बताये... कैसे हल होगा. लेख की हेडिंग हो अजीब ही दी राखी है.
गृहमंत्री चिदंबरम ने भगवा आतंकवाद की बात कहकर वास्तविक खतरे की ओर इंगित किया था
मोहम्मद शुऐब जी आप कोई दूध पिते बच्चे नहीं है की बताना पड़े की “गृहमंत्री जी ने जो कहा उसका इशारा कहा था. क्या आप ने कभी सुना है की कोई राजनेता (स्पेशल कांग्रेस पार्टी का) कभी ये कहा है की मुसलमान आतंकवादी से सावधान रहने की जरुरत है | दिमाग लगाने के जरुरत नहीं है आप को कभी भी सुनाने को नहीं मिला होगा और ना ही उन पिशाचुओ से सुनने को मिलेगा | जब की सच्चाई पूरी दुनिया जानती है कि पुरे विश्व में आतंकवादी है तो सिर्फ और सिर्फ मुसलमान और कोई नहीं | लेकिन उन भांडों को सिर्फ वोट कि संख्या बढ़ाने के लिए खुद को किसी हद तक ले जा सकते है | क्यों नहीं भगवा आतंकवादी का नाम बताते कि कौन है ? ये हिन्दुओ को अंतिम सांस तक दूसरे नजरिये से देखते रहते है | क्योकि ये ना ही हिंदू है और ना ही मुसलमान ये सिर्फ वोट के लालची कुत्ते है. महज १५% वोट के चक्कर में अपने धर्म को बदनाम करते है |
आप भी अपने आप को क्या निष्पक्ष ही समझ कर ब्लॉग लिखा है| दिल से सोचियेगा, कभी नहीं पायेंगे | सिर्फ एक पच्छ में ही नजर आरहा है आप का ब्लॉग |
गृहमंत्री चिदंबरम ने भगवा आतंकवाद की बात कहकर वास्तविक खतरे की ओर इंगित किया था
मोहम्मद शुऐब जी आप कोई दूध पिते बच्चे नहीं है की बताना पड़े की “गृहमंत्री जी ने जो कहा उसका इशारा कहा था. क्या आप ने कभी सुना है की कोई राजनेता (स्पेशल कांग्रेस पार्टी का) कभी ये कहा है की मुसलमान आतंकवादी से सावधान रहने की जरुरत है | दिमाग लगाने के जरुरत नहीं है आप को कभी भी सुनाने को नहीं मिला होगा और ना ही उन पिशाचुओ से सुनने को मिलेगा | जब की सच्चाई पूरी दुनिया जानती है कि पुरे विश्व में आतंकवादी है तो सिर्फ और सिर्फ मुसलमान और कोई नहीं | लेकिन उन भांडों को सिर्फ वोट कि संख्या बढ़ाने के लिए खुद को किसी हद तक ले जा सकते है | क्यों नहीं भगवा आतंकवादी का नाम बताते कि कौन है ? ये हिन्दुओ को अंतिम सांस तक दूसरे नजरिये से देखते रहते है | क्योकि ये ना ही हिंदू है और ना ही मुसलमान ये सिर्फ वोट के लालची कुत्ते है. महज १५% वोट के चक्कर में अपने धर्म को बदनाम करते है |
आप भी अपने आप को क्या निष्पक्ष ही समझ कर ब्लॉग लिखा है| दिल से सोचियेगा, कभी नहीं पायेंगे | सिर्फ एक पच्छ में ही नजर आरहा है आप का ब्लॉग |
गृहमंत्री चिदंबरम ने भगवा आतंकवाद की बात कहकर वास्तविक खतरे की ओर इंगित किया था
मोहम्मद शुऐब जी आप कोई दूध पिते बच्चे नहीं है की बताना पड़े की “गृहमंत्री जी ने जो कहा उसका इशारा कहा था. क्या आप ने कभी सुना है की कोई राजनेता (स्पेशल कांग्रेस पार्टी का) कभी ये कहा है की मुसलमान आतंकवादी से सावधान रहने की जरुरत है | दिमाग लगाने के जरुरत नहीं है आप को कभी भी सुनाने को नहीं मिला होगा और ना ही उन पिशाचुओ से सुनने को मिलेगा | जब की सच्चाई पूरी दुनिया जानती है कि पुरे विश्व में आतंकवादी है तो सिर्फ और सिर्फ मुसलमान और कोई नहीं | लेकिन उन भांडों को सिर्फ वोट कि संख्या बढ़ाने के लिए खुद को किसी हद तक ले जा सकते है | क्यों नहीं भगवा आतंकवादी का नाम बताते कि कौन है ? ये हिन्दुओ को अंतिम सांस तक दूसरे नजरिये से देखते रहते है | क्योकि ये ना ही हिंदू है और ना ही मुसलमान ये सिर्फ वोट के लालची कुत्ते है. महज १५% वोट के चक्कर में अपने धर्म को बदनाम करते है |
आप भी अपने आप को क्या निष्पक्ष ही समझ कर ब्लॉग लिखा है| दिल से सोचियेगा, कभी नहीं पायेंगे | सिर्फ एक पच्छ में ही नजर आरहा है आप का ब्लॉग |
नेताओ को अगर फायदा दिखे तो ये भगत सिंह, सुखदेव जैसे देश के लिए
जान गवाने वाले देशभक्तों को भी आतंकवादी घोषित कर दे .....
एक बार इसे भी पढ़े , शायद पसंद आये --
(क्या इंसान सिर्फ भविष्य के लिए जी रहा है ?????)
http://oshotheone.blogspot.com
आपकी पोस्ट रविवार २९ -०८ -२०१० को चर्चा मंच पर है ....वहाँ आपका स्वागत है ..
http://charchamanch.blogspot.com/
.
ओ माई गौड ! अच्छा जी ? आप अप्ना ख्याल रखे सुमन जी !
सुमन जी के इस महान लेख पर एक ही टिप्पणी की जा सकती है…
जी हाँ, बकौल सुमन - बड़ा सा NICE, NICE और NICE...
jnaab yeh desh apn jese bhaadur logon kaa he yhaan koi bhi muslim vaadi ho chaahe hinduvaadi ho chaahe koi saa bhi vaadi ho kisi ki himmt nhin ke apne desh men koi khuraafaat kr ske agr kregaa to mregaa yeh jaan lo . akhtar khan akela kota rajstha
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