ख़ैर गोडसे और उसके प्रशंसकों का इस देश में कोई भविष्य नहीं है। आतंकवादियों को प्रशिक्षण और हथियार देने वाले देश तक से कोई आता है तो कोई नहीं पूछता कि गोडसे हमारे विचार का था, कहां है उसकी समाधि ? अब ओबामा ही आये तो वे भी गांधी-गांधी ही करते रहे या फिर हुमायूं को याद करते रहे। बाबरी मस्जिद तो रही नहीं अब ओबामा जी ने हुमायूं का मक़बरा और याद दिला दिया। उनके जाने के बाद मुझे डर है कि इसमें भी कोई मूर्ति न निकल आए और कह दिया जाए कि यह इन्द्रप्रस्थ है। यहां अभिमन्यु की जन्मस्थली है। अभिमन्यु की समाधि थी यहां। अभिमन्यु का नाम ही बिगड़ हुमायूं हो गया है वर्ना हुमायूं तो यहां कभी हुआ ही नहीं और कभी हुआ भी हो तो ईरान भाग गया होगा, फिर नहीं लौटा और अगर लौटा भी हो तो मरा नहीं होगा और अगर मरा भी हो तो दफ़्न बाबर के पास ही हुआ है और कोई इतिहासकार न माने तो कह देंगे कि भाई यह हमारी आस्था है। अब तो कोर्ट आस्था को भी प्रमाण मानने लगी है। आस्था के दावेदाद अब 66 प्रतिशत के हिस्सेदार हो जाते हैं बशर्ते कि वह आस्था हिन्दू आस्था हो।
----हां तो इसमें गलत क्या है, यह तो है ही इन्द्रप्रस्थ, और अवश्य ही यह मकबरा भी किसी न किसी हिन्दू की ही जमीन पर होगा, मुगल आक्रान्ता थे बाहरी लोग , उनका किसी भी जमीन पर कैसे हक हो सकता है--यह छोटी सी बात झूठे व छद्म-दर्मनिरपेक्षओम की समझ में कब आयेगी , चाहे वह हिन्दू हो या मुस्लिम।
यार, यह अरब मूल का अनवर जमाल जरा सी हिन्दी तो क्या सीख गया, खुद को पता नहीं क्या समझने लगा। बेटा अनवर, अपने मूल देश अरब ही चला जा, वहां की समस्याओं को देख। हिन्दु स्थान के लिये तो हम ही काफी हैं।
क्या बिना हिंदुत्व के हिन्दू धर्म संभव है ???????????????? जिस हिन्दू का अपने को हिन्दू कहते हुए गर्व से सीना नही चौड़ा हो जाता वो हिन्दू कहलाने का अधिकारी नही है. हम हिन्दू राष्ट्र है और भारत को हिन्दू राष्ट्र आप भले ही घोषित न करे पर वह है तो हिन्दू राष्ट्र ही . जयतु हिन्दू राष्ट्र आप लोग जमाल की बातो को दिल पर न ले . इन की कई पोस्ट की पोल मैंने खोली है पर ये बहुत बेशर्म है . तो इन की बातो का ध्यान न दे .
आपने सही बात कही इस विषय पर और अधिक जानकारी के लिए
Who Killed Karkare? Now Available in Hindi! करकरे के हत्यारे कौन ? भारत में आतंकवाद का असली चेहरा 368 पन्नों की यह पुस्तक भारत में “इस्लामी आतंकवाद” की फ़र्ज़ी धारणा को तोड़ती है। http://whokilledkarkare.com/content/who-killed-karkare-now-available-hindi
एक निष्पक्ष इतिहासकार यह जानता है की आर्य कहाँ से आये थे और क्या करने आये थे उसी आर्य की पहचान बढाने के लिए हिटलर का नाजीवाद पैदा हुआ था और उसी आर्य की संतानों में से ये संघ के लोग है , ये हिंदुत्व नाजीवाद है , आनेवाला समय ये सिद्ध करदेगा , जिन आर्यों ने हिंदुस्तान के असली बाशिंदे कोल, भील, द्रविण तथा शूद्रों को इतने हज़ारों साल तक दबाया उन्हें लूटा अपना गुलाम बनाया , वही आर्य अब तक हम हिन्दुस्तानियों को लूटने पर लगे हुए हैं और आपस में हमें लडवा रहे हैं , सबसे पहले इन तत्वों को समाप्त करना चाहिए
@ DR. ANWER JAMAL ----हां तो इसमें गलत क्या है, यह तो है ही इन्द्रप्रस्थ, और अवश्य ही यह मकबरा भी किसी न किसी हिन्दू की ही जमीन पर होगा, मुगल आक्रान्ता थे बाहरी लोग , उनका किसी भी जमीन पर कैसे हक हो सकता है--यह छोटी सी बात झूठे व छद्म-दर्मनिरपेक्षओम की समझ में कब आयेगी , चाहे वह हिन्दू हो या मुस्लिम।
आप लोगो का काम ही आतंक फ़ैलाना, दुसरो के धर्मस्थान तोडकर मकबरे और मस्जिद बनाना है । इजराइल मे भी तो आपने ऐसा किया है ।
10 टिप्पणियां:
ख़बरदार ! इस देश में सच केवल तब बोला जाए जबकि उसका फ़ायदा सवर्ण हिन्दुओं को मिलता हो या कम से कम मुसलमानों को फ़ायदा हरगिज़ न मिंलता हो।
Nice post .
I like Your lines have time problem .
ख़ैर गोडसे और उसके प्रशंसकों का इस देश में कोई भविष्य नहीं है। आतंकवादियों को प्रशिक्षण और हथियार देने वाले देश तक से कोई आता है तो कोई नहीं पूछता कि गोडसे हमारे विचार का था, कहां है उसकी समाधि ?
अब ओबामा ही आये तो वे भी गांधी-गांधी ही करते रहे या फिर हुमायूं को याद करते रहे।
बाबरी मस्जिद तो रही नहीं अब ओबामा जी ने हुमायूं का मक़बरा और याद दिला दिया। उनके जाने के बाद मुझे डर है कि इसमें भी कोई मूर्ति न निकल आए और कह दिया जाए कि यह इन्द्रप्रस्थ है। यहां अभिमन्यु की जन्मस्थली है। अभिमन्यु की समाधि थी यहां। अभिमन्यु का नाम ही बिगड़ हुमायूं हो गया है वर्ना हुमायूं तो यहां कभी हुआ ही नहीं और कभी हुआ भी हो तो ईरान भाग गया होगा, फिर नहीं लौटा और अगर लौटा भी हो तो मरा नहीं होगा और अगर मरा भी हो तो दफ़्न बाबर के पास ही हुआ है और कोई इतिहासकार न माने तो कह देंगे कि भाई यह हमारी आस्था है। अब तो कोर्ट आस्था को भी प्रमाण मानने लगी है। आस्था के दावेदाद अब 66 प्रतिशत के हिस्सेदार हो जाते हैं बशर्ते कि वह आस्था हिन्दू आस्था हो।
----हां तो इसमें गलत क्या है, यह तो है ही इन्द्रप्रस्थ, और अवश्य ही यह मकबरा भी किसी न किसी हिन्दू की ही जमीन पर होगा, मुगल आक्रान्ता थे बाहरी लोग , उनका किसी भी जमीन पर कैसे हक हो सकता है--यह छोटी सी बात झूठे व छद्म-दर्मनिरपेक्षओम की समझ में कब आयेगी , चाहे वह हिन्दू हो या मुस्लिम।
यार, यह अरब मूल का अनवर जमाल जरा सी हिन्दी तो क्या सीख गया, खुद को पता नहीं क्या समझने लगा। बेटा अनवर, अपने मूल देश अरब ही चला जा, वहां की समस्याओं को देख। हिन्दु स्थान के लिये तो हम ही काफी हैं।
क्या बिना हिंदुत्व के हिन्दू धर्म संभव है ????????????????
जिस हिन्दू का अपने को हिन्दू कहते हुए गर्व से सीना नही चौड़ा हो जाता वो हिन्दू कहलाने का अधिकारी नही है.
हम हिन्दू राष्ट्र है और भारत को हिन्दू राष्ट्र आप भले ही घोषित न करे पर वह है तो हिन्दू राष्ट्र ही .
जयतु हिन्दू राष्ट्र
आप लोग जमाल की बातो को दिल पर न ले . इन की कई पोस्ट की पोल मैंने खोली है पर ये बहुत बेशर्म है . तो इन की बातो का ध्यान न दे .
आपने सही बात कही इस विषय पर और अधिक जानकारी के लिए
Who Killed Karkare? Now Available in Hindi!
करकरे के हत्यारे कौन ?
भारत में आतंकवाद का असली चेहरा
368 पन्नों की यह पुस्तक भारत में “इस्लामी आतंकवाद” की फ़र्ज़ी धारणा को तोड़ती है।
http://whokilledkarkare.com/content/who-killed-karkare-now-available-hindi
एक निष्पक्ष इतिहासकार यह जानता है की आर्य कहाँ से आये थे और क्या करने आये थे उसी आर्य की पहचान बढाने के लिए हिटलर का नाजीवाद पैदा हुआ था और उसी आर्य की संतानों में से ये संघ के लोग है , ये हिंदुत्व नाजीवाद है ,
आनेवाला समय ये सिद्ध करदेगा ,
जिन आर्यों ने हिंदुस्तान के असली बाशिंदे कोल, भील, द्रविण तथा शूद्रों को इतने हज़ारों साल तक दबाया उन्हें लूटा अपना गुलाम बनाया , वही आर्य अब तक हम हिन्दुस्तानियों को लूटने पर लगे हुए हैं और आपस में हमें लडवा रहे हैं ,
सबसे पहले इन तत्वों को समाप्त करना चाहिए
@ DR. ANWER JAMAL ----हां तो इसमें गलत क्या है, यह तो है ही इन्द्रप्रस्थ, और अवश्य ही यह मकबरा भी किसी न किसी हिन्दू की ही जमीन पर होगा, मुगल आक्रान्ता थे बाहरी लोग , उनका किसी भी जमीन पर कैसे हक हो सकता है--यह छोटी सी बात झूठे व छद्म-दर्मनिरपेक्षओम की समझ में कब आयेगी , चाहे वह हिन्दू हो या मुस्लिम।
आप लोगो का काम ही आतंक फ़ैलाना, दुसरो के धर्मस्थान तोडकर मकबरे और मस्जिद बनाना है । इजराइल मे भी तो आपने ऐसा किया है ।
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