अमेरिका व पाकिस्तान द्वारा अलकायदा तथा तालिबान को तैयार किया गया था और अब तालिबान, अलकायदा दोनों देशों के दुश्मन नंबर 1 हैं। 9/11 को अमेरिका में हुए आतंकी हमलों का आरोप इन्ही संगठनो का नाम आया था। पाकिस्तान व उसकी खुफिया एजेंसी आई.एस.आई के सबसे नजदीक यही संगठन रहे हैं। ओसामा की हत्या के बाद तालिबान, अलकायदा ने पाकिस्तान को सबक सिखाने की ठान ली। रविवार की रात 10:30 बजे पाकिस्तान नौसेना बेस में तालिबान हथियारधारी घुसकर कहर बरसना शुरू कर दिया जिस पर अमेरिका द्वारा प्रदत्त पी3-सी जासूसी जहाजों को नष्ट कर दिया जिससे पाकिस्तान की नवसेना की निगरानी करने की क्षमता काफी कम हो गयी है। 16 घंटे के कराची ऑपरेशन के बाद नवसेना बेस को मुक्त कराया जा सका है जिसमें लगभग 10 सैनिक मारे गए हैं।
5 तालिबानी मारे गए और सात गिरफ्तार किये गए। पकिस्तान की नौसेना के प्रमुख बेस को तालिबानियों ने लगभग तहसनहस कर दिया है लेकिन पाकिस्तानी सरकार किस मुंह से अपने द्वारा संरक्षित तालिबानियों की करतूतों को कह सके कि पकिस्तान व अमेरिका के लिये इस तरह की घटनाएं उन्ही द्वारा पोषित समूहों द्वारा की जा रही हैं। पुरानी कहावत याद आती है मियाँ की जूती मियाँ के सर दे तक धिना धिन धिन .....
सुमन
लो क सं घ र्ष !
5 तालिबानी मारे गए और सात गिरफ्तार किये गए। पकिस्तान की नौसेना के प्रमुख बेस को तालिबानियों ने लगभग तहसनहस कर दिया है लेकिन पाकिस्तानी सरकार किस मुंह से अपने द्वारा संरक्षित तालिबानियों की करतूतों को कह सके कि पकिस्तान व अमेरिका के लिये इस तरह की घटनाएं उन्ही द्वारा पोषित समूहों द्वारा की जा रही हैं। पुरानी कहावत याद आती है मियाँ की जूती मियाँ के सर दे तक धिना धिन धिन .....
सुमन
लो क सं घ र्ष !
2 टिप्पणियां:
अफगानिस्तान संघर्ष में जेनरल जियाउल हक की भूमिका समाप्त होने के बाद अमेरिका ने उन्हें विस्फोट द्वारा मरवा दिया था भले ही उसका अपना कूत्नीतिग्य भी उनके साथ मारा गया. अब पकिस्तान की भूमिका अमेरिका के लिए समाप्त हो गयी है और पकिस्तान इसे समझ रहा है तभी चीन के पास भाग-दौड कर रहा है.अभी ऐसे और घटना क्रम देखने को मिलेंगे.
पहला पाला, खिलाया ..अब मारो !
चिंताजनक है पड़ोस में इस तरह का कुछ घटना. सख्त व ठोस कदम ही इस समस्या का समाधान हैं. समस्या व्यापक है, आज या कल हम सब इसकी चपेट आ सकते हैं.
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