मालेगांव विस्फोट से सम्बंधित भगवा आतंकियों की जांच और पैरवी का कार्य राष्ट्रीय स्तर पर गठित नेशनल इन्वेस्टिगेसन एजेंसी की लचर पैरवी के कारण माननीय उच्च न्यायालय मुंबई ने शिव नारायण कलसा नागरा व श्याम साहू को एक-एक लाख की जमानतें देने पर रिहा करने का आदेश पारित कर दिया है। भगवा आतंकी असीमानंद के 164 सी.आर.पी.सी के बयान के बाद भी नौ मुस्लिम नवजवानों को अभी तक जमानतें नहीं मिली हैं। देश में भगवा आतंकियों के कारण चार राज्यों में सात बम विस्फोट हुए थे काफी लोग मरे थे।
इन विस्फोटो की जांच व पैरवी नेशनल इन्वेस्टिगेसन एजेंसी कर रही है। भगवा आतंकी जर्मन नाजीवादी विचारधारा लैस हैं और धार्मिक आधार पर देश की एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचाते हैं।
सुमन
लो क सं घ र्ष !
इन विस्फोटो की जांच व पैरवी नेशनल इन्वेस्टिगेसन एजेंसी कर रही है। भगवा आतंकी जर्मन नाजीवादी विचारधारा लैस हैं और धार्मिक आधार पर देश की एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचाते हैं।
सुमन
लो क सं घ र्ष !
3 टिप्पणियां:
भगवा के साथ लाल और हरे आतंकवाद पर भी प्रकाश डाल देते !!
भगवा अपने आप में बुरी चीज़ नहीं है परंतु भगवा में लिपटे असामाजिक तत्त्व पहले भी देश को हानि पहुँचाते रहे हैं.
शेखावत जी…
जो लोग स्वयं "सेकुलर बदबू" के अंधेरे कोने में डूबे हुए हों वे "प्रकाश" कैसे डाल सकते हैं?
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