बाराबंकी। फतेहपुर कस्बें में आयोजित भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी के तीन
दिवसीय शिक्षा अध्ययन शिविर के तीसरे दिन कार्यकर्ताओ को सम्बोधित करते
हुये प्रदेश सचिव डा0 गिरीश शर्मा ने कहा कि सीमा पर जवानो को सरकार की
नीतियो के कारण लोग शहीद हो रहे है। और सत्तारुढ़ दल उनकी शहादत पर राजनीति
कर वोट बैंक को बढ़ाने का काम कर रही है।
अध्ययन शिविर को सम्बोधित करते हुये गोण्ड़ा के वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेश त्रिपाठी ने कहा कि कार्यकर्ताओ को नित्य अपने कार्यक्रम निश्चित करना चाहिए। और प्रतिदिन उसकी समीक्षा करनी चाहिए और समय का सद्उपयोग करना चाहिए। अध्ययनशील होकर जनपक्षीय साहित्य का प्रचार-प्रसार करना चाहिए। भौतिकवादी चिन्तन धारा के महापुरुषो की कृतियो की जैसे राहुल सांकृत्यायन, मुंशी प्रेमचन्द, डा0 अम्बेड़कर आदि का अध्ययन कर प्रचारित करना चाहिए। भारतीय संविधान की मूल धाराओ की रक्षा करने के लिए पढ़े-लिखे चिन्तनशील व्यक्तियो को व प्रमुख रुप से अधिवक्ताओ का आगे आना चाहिए।
पार्टी के केन्द्रीय शिक्षा विभाग अध्यक्ष अनिल राजिमवाले ने शिविर को सम्बोधित करते हुये कहा कि साथियो को वैचारिक प्रशिक्षण के लिए आज ज्यादा महत्व का हो गया है। क्योकि शासक पार्टी द्वारा बहुत बड़ा वैचारिक आक्रमण किया जा रहा है। देश के इतिहास संस्कृति, राष्ट्रभाषा की अलग-अलग परिभाषा बताई जा रही है। अर्थव्यवस्था और जनतन्त्र इन दोनो पर खतरा है। इसलिए हमारा प्रशिक्षण शिविर इसका जवाब देने मे सक्षम बनाएंगा।
पार्टी के जिला सचिव बृज मोहन वर्मा ने सभी शिक्षार्थियो को जनपद आने के लिए धन्यवाद किया। वही पार्टी सहसचिव रणधीर सिंह सुमन ने कहा कि संघ की जहरीली विचारधारा को समाप्त करने के लिए जनपद के विभिन्न जगहो में आयोजित किये जायेगें।
शिविर मे पुष्पेन्द्र सिंह, विनय कुमार, गिरीश चन्द्र, रामनरेश, अधिवक्ता सरदार भूपिन्दर पाल सिंह, अमर सिंह, विजय प्रताप सिंह, प्रवीन कुमार निर्मल वर्मा, अमर सिंह प्रधान, आनन्द प्रताप सिंह, राजेन्द्र सिंह राणा, कर्मवीर सिंह, नीरज वर्मा मौजूद रहे।
अध्ययन शिविर को सम्बोधित करते हुये गोण्ड़ा के वरिष्ठ अधिवक्ता सुरेश त्रिपाठी ने कहा कि कार्यकर्ताओ को नित्य अपने कार्यक्रम निश्चित करना चाहिए। और प्रतिदिन उसकी समीक्षा करनी चाहिए और समय का सद्उपयोग करना चाहिए। अध्ययनशील होकर जनपक्षीय साहित्य का प्रचार-प्रसार करना चाहिए। भौतिकवादी चिन्तन धारा के महापुरुषो की कृतियो की जैसे राहुल सांकृत्यायन, मुंशी प्रेमचन्द, डा0 अम्बेड़कर आदि का अध्ययन कर प्रचारित करना चाहिए। भारतीय संविधान की मूल धाराओ की रक्षा करने के लिए पढ़े-लिखे चिन्तनशील व्यक्तियो को व प्रमुख रुप से अधिवक्ताओ का आगे आना चाहिए।
पार्टी के केन्द्रीय शिक्षा विभाग अध्यक्ष अनिल राजिमवाले ने शिविर को सम्बोधित करते हुये कहा कि साथियो को वैचारिक प्रशिक्षण के लिए आज ज्यादा महत्व का हो गया है। क्योकि शासक पार्टी द्वारा बहुत बड़ा वैचारिक आक्रमण किया जा रहा है। देश के इतिहास संस्कृति, राष्ट्रभाषा की अलग-अलग परिभाषा बताई जा रही है। अर्थव्यवस्था और जनतन्त्र इन दोनो पर खतरा है। इसलिए हमारा प्रशिक्षण शिविर इसका जवाब देने मे सक्षम बनाएंगा।
पार्टी के जिला सचिव बृज मोहन वर्मा ने सभी शिक्षार्थियो को जनपद आने के लिए धन्यवाद किया। वही पार्टी सहसचिव रणधीर सिंह सुमन ने कहा कि संघ की जहरीली विचारधारा को समाप्त करने के लिए जनपद के विभिन्न जगहो में आयोजित किये जायेगें।
शिविर मे पुष्पेन्द्र सिंह, विनय कुमार, गिरीश चन्द्र, रामनरेश, अधिवक्ता सरदार भूपिन्दर पाल सिंह, अमर सिंह, विजय प्रताप सिंह, प्रवीन कुमार निर्मल वर्मा, अमर सिंह प्रधान, आनन्द प्रताप सिंह, राजेन्द्र सिंह राणा, कर्मवीर सिंह, नीरज वर्मा मौजूद रहे।
2 टिप्पणियां:
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (30-05-2017) को
"मानहानि कि अपमान में इजाफा" (चर्चा अंक-2636)
पर भी होगी।
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सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
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चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक
विचारशील प्रस्तुति
आपको जन्मदिन की बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएं!
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