सोमवार, 6 अप्रैल 2020

मोदी - कोरोना संकट और मोदी इलाज









प्रधानमंत्री मोदी ने तीन हफ्ते का लाक डाउन घोषित किया है। 22 मार्च को जनता कर्फ्यू लगाया और उसी दिन पांच बजे ताली थाली बजाने की अपील कर दी जिससे सुबह से घरों में बैठे लोगों ने सडक निकलकर शंख पटाका थाली ताली जलूस निकाल कर जनता कर्फ्यू के उद्देश्य को विफल करा दिया था । लाक डाउन चल रहा था कि मोदी ने भाजपा के चालीस साल पूरे होने के अवसर पर राष्ट्रीय उत्साह बढ़ाने के नाम पर बिजली बंद कर दिया  - मोमबत्ती - टार्च जलाने का आह्वान कर दिया जिसपर भक्तों ने दिए जलाने के साथ- साथ पटाखे दगाकर नारेबाजी करते हुए गली मोहल्ला में जलूस निकाल दिए और लाकडाऊन का उद्देश्य समाप्त कर दिया है। देश में कोरोना के मरीज लगभग 40 हजार से अधिक हो गई है मृतकों की संख्या बढ कर एक सैकड़ा पार कर गई है। प्रधानमंत्री के आवाह्न के बाद के कुछ दृश्य इस प्रकार है










बलरामपुर ( उत्तर प्रदेश ) की भाजपा की जिलाध्यक्ष श्रीमती मंजू तिवारी ने पिस्तौल चला कर रौशनी की जगह जय श्री राम, वंदे मातरम के छोटे - छोटे निकाल दिए। सोशल डिस्टेंसिंग का नारा आसमानी नारा बन गया था।
मशाल से कोरोना को भगाते तेलंगाना के भाजपा विधायक विधायक राजा सिंह ने हैदराबाद में मशाल जुलूस निकाल कर गो कोरोना गो कोरोना का नारा लगा कर कोरोना के अपने प्यार का नई दिशा देकर सोशल डिस्टेंसिंग को तिलांजलि दे दी थी । . वहीं तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने कहा था कि घर में रहो नहीं तो देखते ही गोली चलाने के आदेश देने पड़ जाएँगे.  तेलंगाना पुलिस कहीं नज़र नहीं आई. राजा के लिए क़ानून नहीं  है।





प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवाहन पर ही पांच अप्रैल की रात 9 बजे शाहजहांपुर के तरती बाजार मोहल्ले में तमाम परिवार दीये जला रहे थे। इसी दौरान दूसरे पक्ष ने यह कहते हुए विवाद शुरू कर दिया कि उनकी ओर जलते हुए दीपक फेंके गए। विवाद की जानकारी पुलिस को हुई तो पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने विवाद कर रहे पक्ष को शांत कराना चाहा, इस बात पर दूसरे पक्ष के पुलिस पर आक्रोशित होने लगे। पुलिस ने जब सख्ती दिखाई तो हमला हो गया।दूसरे पक्ष के करीब आठ लोगों ने एक दरोगा को पकड़ लिया और उसे पीटते हुए वर्दी तक फाड़ दी। दरोगा बमुश्किल जान बचाकर मौके से भाग निकला।
कोरोना राष्ट्रीय संकट के समय तबलीगी मरकज के बहाने भक्तों ने दुष्प्रचार  अभियान को जारी रखा और साम्प्रदायिक विभाजन कराने की जबर्दस्त कोशिश जारी है लेकिन ए बी सी न्यूज बी बी सी ने सभी वायरल वीडियो को फेक पाया कुछ पुलिस अधिकारियों ने फेक न्यूज़ खंडन कर अफवाह वाजी की संघी मशीन को सुस्त कर दिया है।
राष्ट्रीय संकट के समय दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने  दिल्ली दंगा की विवेचना तेज कर दी जब न्यायालय बंद है जामिया के घरों में ताबड़तोड़ छापेमारी कर गिरफ्तारियों का दौर चला रखा है इसके विपरीत उच्चतम न्यायालय ने जेले खाली करने का निर्देश दे रखा है।
साम्प्रदायिक सोच के चलते हुए संघी नीति लागू की जा रही है।
प्रधानमंत्री संविधान के अनुच्छेद 51ए स्वयं पालन करने के लिए तैयार नहीं है और न ही संविधान की प्रस्तावना में वर्णित पंथनिरपेक्षता की भावना को आत्मसात करने के लिए तैयार नहीं है।
विपक्ष विहीन देश - कम्युनिस्ट विहीन - अल्पसंख्यक विहीन जहरीली संघी अवधारणा को त्यागने तैयार नहीं होगें तब देश किसी संकट या महामारी से निपटने में सक्षम नहीं होगा।
थोथी नाटकबाजी भाषण बाजी या बगुला भगत बनने से देश का भला नहीं होने वाला है।
देश की मेधा को वैज्ञानिक तर्कवादी बुद्धि वादी विवेकशील संवेदनशील बनाने की दिशा आगे बढाने के लिए मोदी को स्वयं आगे आना होगा अन्यथा नीरो की वंशी बजाते रहिए।
देश


कोई टिप्पणी नहीं:

Share |