शुक्रवार, 13 अक्तूबर 2023

दारापुरी एवं अन्य को रिहा करें और झूठे मुकदमे वापस ले-भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी

श्दारापुरी एवं अन्य को रिहा करें और झूठे मुकदमे वापस ले। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी उत्तर प्रदेश के मुख्यालय से पार्टी के सचिव मंडल की और से जारी एक बयान में पार्टी के राज्य सचिव कामरेड अरविन्द राज स्वरूप ने रिटायर्ड आईजी एवं आल इंडिया पीपल्स फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री एस दारापुरी एवं अन्य के विरुद्ध झूठे मुकदमे कायम करके उनको जेल में बंद करने की कड़ी निंदा की है और सरकार से मांग की है कि उनको तत्काल रिहा किया जाए। पता चला कि श्री दारा पूरी एवं अन्य को गोरखपुर में दलितों को एक एकड़ जमीन की मांग करने के लिए कमिश्नरी पर किए गए प्रदर्शन मात्र पर ही मनगढ़ंत आरोपों मैं गिरफ्तार कर लिया गया है । श्री दारापुरी लगभग 80 वर्ष के हैं और पार्किंसन' डिजीज से भी प्रभावित हैं परंतु अपनी वृद्धावस्था के बाद भी दलितों के अधिकारों के संबंध में आयोजकों द्वारा बुलाने पर वह गोरखपुर गए थे। सरकार को यह भी मंजूर न हुआ और उनको सवेरे जिस होटल में वह ठहरे हुए थे वहां से गिरफ्तार कर लिया गया।अनेकों संगीन धाराएं एफआईआर में दर्ज कर दी गई ।अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। कामरेड स्वरूप ने कहा कि भारत के संविधान में नागरिकों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है परंतु भारतीय जनता पार्टी के राज में पूरे भारतवर्ष में जहां-जहां उनकी सरकारें हैं इसका हनन हो रहा है।जो भी उनकी नीतियों के विरुद्ध बोलता है अथवा आंदोलन करता है उसके विरुद्ध शासन का प्रकोप , मुकदमे और जेल भेज कर दमनकारी कार्यवाही कर बदले के रूप में व्यक्त किया जाता है । राज्य सचिव कामरेड अरविन्द राज स्वरूप ने कहा कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी पुरजोर मांग करती है कि श्री दारा पूरी को तत्काल रिहा किया जाए एवं झूठे मुकदमे वापस किए जाएं और नागरिकों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार से किसी भी प्रकार की छेड़ छाड़ ना की जाए। l उन्होंने अन्य वामपंथी एवं जनवादी दलों से भी अपील की इस दमन और अत्याचार का विरोध किया जाए और सरकार से मांग की जाए कि उनको रिहा किया जाए तथा उन पर और आयोजकों पर लगाए गए झूठे मुकदमे वापस हों।

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