बुधवार, 22 जनवरी 2025

संघ वामपंथी घूरे पर पलने वाला गोबरौरा है - डा. राम मनोहर लोहिया

संघ वामपंथी घूरे पर पलने वाला गोबरौरा है . डा. राम मनोहर लोहिया. और खुद उसी गोबरौरे ( गांधी के हत्यारों के वंशजों ) से मिलकर जनसंघ/ बीजेपी को दिल्ली पहुंचने का रास्ता बनाकर पहले अटल और अब मोदी को दिल्ली की कुर्सी पर बैठाने का पाप किया, जिसका परिणाम पूरा देश भुगत रहा है. लोहिया के वैचारिक वंशज जार्ज, शरद, नीतीश , लालू, मुलायम इत्यादि सब इस पाप के लिये जिम्मेदार हैं. ये सब कहीं न कहीं से गोबरौरा के साथ मिलकर कांग्रेस के विरोध मे रहकर सत्ता का जूठन चाटे हैं. अगर कांग्रेस इनपर आँख मूंदकर भरोसा करती है तो यह जानबूझकर ज़हर निगलना है. हां रणनिति के तहत इनका अपने शर्तो पर सहयोग लेने में कोई बुराई नही है. बीजेपी भी तो यही करती है. ये सब सत्ता के लिये किसी के पास जा सकते हैं. इन सबको दलितों, पिछड़ों बंचितों से कोई लेना देना नही. ओबीसी तो सदियों से मनुवादियों का करिंदा रहा है और आज भी वही कर रहे हैं. रही बात दलितों की तो यही दलित और मुसलमान दोनों मनुवादियों के असली दुश्मन हैं, इनको संघ/ बीजेपी कभी भी देखना चाहती. हां इसमें जयचंद - मीरजाफ़र पैदा हो चुके हैं जो सत्ता के जूठन पर बीेजेपी का तलुआ चाट रहे हैं. मायावती, अठावले , मेघवाल , उदितराज, जीतनराम मांझी, कुछ तो जूठन चाटकर राष्ट्रपति तक पहुंच गये.. देश बहुत संकट में संक्रमण काल से गुजर रहा है. पाप करने वाले अपने पाप को कुंभ में गंगा नहाकर धो रहे हैं. इसमें मनुवादियों से ज्यादा लोहिया के वैचारिक वंशजों की भींड़ है.

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