राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रत्येक मसले पर गिरगिट की तरह से रंग बदलने का आदि रहा है। महात्मा गाँधी की हत्या भी की और जब जरूरत होती है तो कहतें हैं कि गाँधी हत्या से संघ का कोई सम्बन्ध नहीं है। संघ को जब हिन्दू भावनाओ को उग्र कर लाभ उठाना होता है तो मस्जिद तोड़ी कहते हैं और जब मस्जिद तोड़ने की बात स्वीकार करने की बात आती है तो हमारा उससे कोई लेना देना नहीं है कहते हैं। संघ के पूर्व प्रमुख के.एस सुदर्शन ने संघी धरने पर बैठ कर श्रीमती सोनिया गाँधी को सी .आई .ए एजेंट तथा कई घटना व दुर्घटनाओ को हत्या का रूप देने के लिए जिम्मेदार ठहराया और जैसे ही मामले ने तूल पकड़ा वैसे ही संघ ने कहा कि के.एस सुदर्शन के बयान से उनका कोई मतलब नहीं। भारतीय जनता पार्टी ने भी के.एस सुदर्शन से अपना पल्ला झाड़ लिया। सच्चाई यह है कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के लोग व्यक्तियों की चरित्र हत्या करने के आदि हैं। जिस बात को के.एस सुदर्शन ने अब कहा है उसी बात को संघ के लोग नियोजित तरीके से प्रचार-प्रसार में लगे हुए थे। जिसके सबूत चिट्ठाजगत पर भी मौजूद हैं।
सोची समझी रणनीति के तहत के.एस सुदर्शन ने सोनिया गाँधी के सम्बन्ध में बयान दिया क्योंकि संघ के आतंकी प्रकोष्ट के कई नेता कारागारों में जा चुके हैं और कुछ लोग जाने की तैयारी में हैं। अपनी आतंकी कार्यवाइयों से लोगों का ध्यान हटाने के लिए पूरे देश में संघियों ने धरना दिया जो फ्लॉप शो साबित हुआ और उसी रणनीति के तहत के.एस सुदर्शन ने अपना बयान सोनिया गाँधी के सम्बन्ध में जारी किया जिसकी तैयारी कई वर्षों से संघ कर रहा था।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ चरित्र हत्या से लेकर हिटलर के प्रधानमंत्री गोविल्स के अनुरूप एक झूठ को सच साबित करने के लिए हजार बार दोहराता है जिससे लोग उसको सच समझने लगें। ब्रिटिश साम्राज्यवाद के बाद अमेरिकन साम्राज्यवाद में सम्पूर्ण निष्ठा रखने वाले संघ के लोग जब किसी को सी.आई.ए एजेंट कहेंगे तो मानिये कि सी.आई.ए के नजदीक कौन है ?
धरने के माध्यम से संघ के लोगों ने हिन्दू धर्म प्रतीक चिन्हों का इस्तेमाल किया जबकि संघ का हिन्दू धर्म से कोई लेना देना नहीं है। संघ का मुख्य उद्देश्य यह है कि हिन्दू भावनाओ को उग्र बना कर देश की राजसत्ता हासिल करना है और संघियों का मुखौटा राजनीतिक दल के रूप में भारतीय जनता पार्टी है। भ्रष्टाचार के मामले में घोटालों के मामले में सेक्स स्कैंडल के मामलों में इनके नेता किसी से काम नहीं हैं। बार-बार एक ही विषय से रंग बदलने से गिरगिट भी शरमा जाता है।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ चरित्र हत्या से लेकर हिटलर के प्रधानमंत्री गोविल्स के अनुरूप एक झूठ को सच साबित करने के लिए हजार बार दोहराता है जिससे लोग उसको सच समझने लगें। ब्रिटिश साम्राज्यवाद के बाद अमेरिकन साम्राज्यवाद में सम्पूर्ण निष्ठा रखने वाले संघ के लोग जब किसी को सी.आई.ए एजेंट कहेंगे तो मानिये कि सी.आई.ए के नजदीक कौन है ?
धरने के माध्यम से संघ के लोगों ने हिन्दू धर्म प्रतीक चिन्हों का इस्तेमाल किया जबकि संघ का हिन्दू धर्म से कोई लेना देना नहीं है। संघ का मुख्य उद्देश्य यह है कि हिन्दू भावनाओ को उग्र बना कर देश की राजसत्ता हासिल करना है और संघियों का मुखौटा राजनीतिक दल के रूप में भारतीय जनता पार्टी है। भ्रष्टाचार के मामले में घोटालों के मामले में सेक्स स्कैंडल के मामलों में इनके नेता किसी से काम नहीं हैं। बार-बार एक ही विषय से रंग बदलने से गिरगिट भी शरमा जाता है।
सुमन
लो क सं घ र्ष !
6 टिप्पणियां:
इनके कथनी और करनी में बहुत अंतर है ,
संघ सदैव दंगा करवाने ,लोगों की भावनाओं को भड़काना यही काम रहा है और आब आतंकवाद में भी इसका हाथ सामने आरहा है , सरकार को तुरंत इस पार्टी पर बैन लगाना चाहिए
dabirnews.blogspot.com
जी हाँ सही कह रहे हैं आप!
नाइस अंकल,
वारेन एंडरसन को छोड़ने वालों से बड़ा प्रेम आ रहा है आपको? क्या खास बात हुई है हमें भी तो बताओ…
बहुत अच्छा पोस्ट। ऐसे ही सच्चाई को सामने लाते रहिए, हम आपकी भावनाओं और साहस का सम्मान करते हैं। ये लोग भारत के दुश्मन हैं अपितु शान्ति के दुशमन हैं। आज आवश्कता है कि भारत की प्रगति के लिए सर्वप्रथम ऐसे कट्टपंथियों का सफाया किया जाए।
jnaab shi khaa apane to hmare dil ki bat kh daali. saahsik or nishpksh vichar ke liyen mubarkbad. akhtar khan akela kota rajsthan
सुरेश चिपकू आप कभी नहीं सुधर सकते सदैव संघ के साथ चिपके रहोगे , चाहे वो कुछ भी करे
dabirnews.blogspot.com
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