हिदुवत्व वादी संगठन व उसकी सोच वाले लोग हर समय कांग्रेसी भ्रष्टाचार को कोसते रहते हैं लेकिन उनकी निगाहें अपनी तरफ कभी नहीं होती हैं। गडकरी के भ्रष्टाचार की चर्चा समाप्त नहीं हुई थी की कट्टर हिन्दुवत्व वादी नेता नरेन्द्र मोदी 20 हजार करोड़ रुपये के घोटाले संप्लिप्त पाए गए हैं.
मोदी सरकार ने केजी बेसिन में गैस के ठेके के लिए 2003 में एक ऐसी कंपनी को दिया जो 6 दिन पहले बनी थी और कोई अनुभव नहीं था. गुजरात
सरकार ने बिना किसी योगदान के जियोग्लोबल नाम की कंपनी पर 20 हजार करोड़
रुपए लुटा दिए.
सन 2003 में केजी बेसिन में गैस की निकासी के लिए गुजरात सरकार की
कंपनी जीएसपीसी ने एक कंसोर्शियम बनाई. टेक्निनकल एक्सपर्टीज के नाम पर 10
प्रतिशत इक्विटी बारबाडोस की कंपनी जियोग्लोबल को दी गई, जबकि कंपनी महज 6
हफ्ते पहले और सिर्फ 64 डॉलर से वजूद में आई थी. इतना ही नहीं, जरुरत पड़ने
पर जियोग्लोबल की टेक्निकल एक्सपर्टीज काम न आई और 2 करोड 64 लाख में
दूसरी कंपनी ने ये काम किया. इस तरह से बड़े-बड़े घोटालेबाजों में श्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल हैं। फर्क इतना है कि यह लोग हर समय मुंह में राम बगल में छुरी वाला मुहावरा चरितार्थ करते रहते हैं।
कांग्रेस भ्रष्टाचार का ए संस्करण है तो भारतीय जनता पार्टी व हिन्दुवत्व वादी संगठन उसके बी संस्करण हैं। मौका मिलते ही सभी बंगारू हो जाते हैं या गडकरी। आर्थिक सुधारों के सवाल के नाम पर हो रही लूट में दोनों दल शामिल हैं। दोनों दलों की निष्ठां इस समय अमेरिकी साम्राज्यवाद में है।
सुमन
2 टिप्पणियां:
हिंदुत्व वादी संगठन सुमन जी, हिदुवत्व वादी संगठन नहीं, nice :))
बेहतर लेखन !!
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