रविवार, 4 दिसंबर 2016

नाक कटवाना - स्वर्ग मिलेगा

केतकी गडकरी : एक हज़ार करोड़ रुपये में विवाह
पीएम ने रैली में पूछा कि गरीबों के हक के लिए लड़ना क्या गुनाह है? मैं आपके लिए लड़ रहा हूं। मेरा क्या कर लेंगे ये लोग? मैं फकीर हूं, झोला लेकर निकल लूंगा। अगर गरीब के हाथ में ताकत आ जाए तो गरीबी कल खत्म हो जाएगी। इरादे नेक हैं, तो देश कुछ भी सहने को तैयार को जाता है, ये मैंने महसूस किया है। आज सवा सौ करोड़ के देश ने जिम्मेदारी को अपने कंधे पर ले लिया है। देश भ्रष्टाचार से मुक्ति चाहता है।
             दस लाख रुपये का सूट पहनने वाला सत्तर करोड़ रुपये के काजू खाने वाला किस तरह से अपने मुंह से अपने को फ़कीर घोषित कर रहा है. इन बगुला भगतों ने अपने शब्दकोष से शर्म नाम के शब्द को हटा दिया है. मोदी कि इसी रैली के पहले  यूपी पुलिस ने 2000 रुपए के नए नोटों से भरी भा ज पा कि एक गाड़ी पकड़ी है। उस गाड़ी में 2000 की नई करेंसी के 95 लाख रुपए मिले थे । गाड़ी को जब्त कर लिया है।करोड़ों रुपये विदेश यात्राओं पर खर्च कर नोटबंदी लागू कर चुका है. बैंक की लइनों में लगे हुए लोगों में से 200 लोग मर चुके हैं. हद तो यहाँ तक हो चुकी है कि पैसा निकालने कि लाइन में लगे-लगे ही बच्चा पैदा हो चुका है.
               प्रधानमंत्री शादी ब्याह में ढाई लाख रुपये बैंक से निकालने कि अनुमति देते हैं और इतनी शर्तें लगा देते हैं कि ढाई लाख रुपये बैंक से निकलने भी न पाए. वहीँ, खनन करोबारी और भाजपा के पूर्व मंत्री बी जनार्दन रेड्डी की बेटी ब्रह्माणी की 16 नवंबर को बंगलुरू में भव्य शादी हुई थी.  यह विवाह समारोह पांच दिन का था.
                अब मोदी सरकार के मंत्री नितिन गडकरी के पुत्री केतकी के विवाह में 50 चार्टर्ड प्लेन, 10000 लोगों के फाइव स्टार रुकने वा खाने कि व्यवस्था जिसमें लगभग 1000 करोड़ रुपये खर्च कर फकीरी ढंग से शादी की जा रही है. 3 और 4 दिसम्बर को  नागपुर के लिए किसी भी जगह से हवाई टिकट उपलब्ध नहीं हैं। अतिथियों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत उनमें से ज्यादातर वीवीआईपी, मुकेश अंबानी और रतन टाटा, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, केन्द्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री और उद्योगपति है. इस कार्यक्रम में मोहन भागवत का स्वदेशी डांस भी होगा.
            अब प्रधानमंत्री मोदी साहब को देश को यह बताना चाहिए कि एक हज़ार करोड़ रुपये में खर्च होने वाले नोट नए नोट हैं या पुराने नोट हैं. काला धन है या सफ़ेद धन है. मोदी का मंत्रिमंडल सफ़ेद झूठ बोलने वालों का मंत्रिमंडल है यहाँ सभी झूंठ पर झूंठ बोलने के आदी हैं. शर्म तो आनी ही नही है. नाक  कटवाओ - स्वर्ग मिलेगा की नीति के तहत जनता को नोट बंदी के सवाल के ऊपर समझाया जा रहा है.

सुमन

1 टिप्पणी:

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार (05-12-2016) को "फकीर ही फकीर" (चर्चा अंक-2547) पर भी होगी।
--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट अक्सर नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'

Share |